पावर स्विचिंग डिवाइस में स्नबर का क्या कार्य है?

पावर स्विचिंग डिवाइस में स्नबर का क्या कार्य है?

Right Answer is:

dV/dt को दबाना

SOLUTION

स्नबर का कार्य:

एक स्नबर एक ऐसा सर्किट है जिसे पावर स्विचिंग डिवाइसों (जैसे कि ट्रांजिस्टर, MOSFET, SCR आदि) के पार लगाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य स्विचिंग के दौरान उत्पन्न होने वाले उच्च dv/dt (वोल्टेज परिवर्तन की दर) को कम करना है।

क्यों dv/dt को कम करना महत्वपूर्ण है?

  • अवांछित स्पाइक्स: जब एक स्विचिंग डिवाइस चालू या बंद होता है, तो इंडक्टेंस और कैपेसिटेंस के कारण सर्किट में उच्च आवृत्ति के वोल्टेज स्पाइक्स उत्पन्न हो सकते हैं।
  • डिवाइस क्षति: ये स्पाइक्स स्विचिंग डिवाइस को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जैसे कि डायोड ब्रेकडाउन या ट्रांजिस्टर फेलियर।
  • EMI: ये स्पाइक्स इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस (EMI) का कारण बन सकते हैं, जो अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में हस्तक्षेप कर सकते हैं।

स्नबर कैसे काम करता है?

  • RC सर्किट: स्नबर आमतौर पर एक प्रतिरोध और एक संधारित्र का एक सरल RC सर्किट होता है जो स्विचिंग डिवाइस के पार समानांतर में जुड़ा होता है।
  • ऊर्जा अवशोषण: जब स्विचिंग होती है, तो स्नबर सर्किट अतिरिक्त ऊर्जा को अवशोषित करता है और dv/dt को कम करता है।
  • वोल्टेज डिवीजन: संधारित्र वोल्टेज को विभाजित करता है और dv/dt को कम करता है।

निष्कर्ष:

स्नबर का मुख्य कार्य पावर स्विचिंग डिवाइसों के पार dv/dt को दबाना है। यह स्विचिंग नुकसान को कम करता है, डिवाइस की उम्र बढ़ाता है और EMI को कम करता है।

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