फ्लेमिंग्स के दाहिने हाथ के नियम का उपयोग निम्न में से क्या ज्ञात करने के लिए किया जाता है?

फ्लेमिंग्स के दाहिने हाथ के नियम का उपयोग निम्न में से क्या ज्ञात करने के लिए किया जाता है?

Right Answer is:

EMF की दिशा

SOLUTION

फ्लेमिंग के दाहिने हाथ के नियम का उपयोग विशेष रूप से जनरेटर की चुंबकीय क्षेत्र के भीतर घूमने वाले कंडक्टर में प्रेरित धारा (ईएमएफ) की दिशा निर्धारित करने के लिए किया जाता है।

नियम:

  1. अंगूठा: चालक की गति की दिशा को चुंबकीय क्षेत्र के सापेक्ष दर्शाता है।
  2. तर्जनी: चुंबकीय क्षेत्र की दिशा की ओर इशारा करता है।
  3. मध्यमा: प्रेरित विद्युत धारा की दिशा की ओर इशारा करता है।

इसका अर्थ है:

  • आप चालक की गति की दिशा और चुंबकीय क्षेत्र की दिशा जानकर, इस नियम का उपयोग करके चालक में बहने वाली प्रेरित धारा की दिशा निर्धारित कर सकते हैं।

ध्यान दें:

  • यद्यपि प्रेरित विद्युत धारा और प्रेरित विद्युत् वाहक बल (EMF) का गहरा संबंध है, फिर भी उनमें अंतर है:
  • प्रेरित EMF: बदलते चुंबकीय क्षेत्र के कारण चालक में उत्पन्न वोल्टेज (फ्लेमिंग का दाहिना हाथ नियम इसे निर्धारित करने के लिए लागू होता है)।
  • प्रेरित धारा: प्रेरित EMF के कारण चालक में इलेक्ट्रॉनों का वास्तविक प्रवाह। प्रेरित धारा की दिशा हमेशा प्रेरित EMF की दिशा के विपरीत होती है।

इसलिए, जबकि फ्लेमिंग का दाएँ हाथ का नियम सीधे आपको प्रेरित ईएमएफ की दिशा देता है, आप इस ज्ञान का उपयोग प्रेरित धारा की दिशा को उलट कर समझने के लिए कर सकते हैं।

Finger Right-hand rule Left-hand rule
Thumb The direction of motion of conductor (input) The direction of the conductor (output)
Forefinger Magnetic field Magnetic field
Middle finger The direction of induced emf (output) The direction of current (input)
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