डी.सी शंट मोटर पर मंदन परीक्षण का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
डी.सी शंट मोटर पर मंदन परीक्षण का उपयोग किसके लिए किया जाता है?
Right Answer is:
(b) और (c) दोनों
SOLUTION
रिटार्डेशन टेस्ट (Retardation Test) का विवरण
रिटार्डेशन टेस्ट, जिसे रनिंग डाउन टेस्ट भी कहा जाता है, एक अत्यधिक प्रभावी विधि है जो डीसी मशीनों में लौह, घर्षण, और वायु हानि को पहचानने के लिए उपयोग की जाती है। यह परीक्षण न केवल स्ट्रे लॉस (stray losses) का आकलन करता है, बल्कि विभिन्न लोडों पर मशीन की दक्षता का मूल्यांकन भी करता है।
परीक्षण की प्रक्रिया
- इस परीक्षण में, मशीन को सामान्य गति से थोड़ी अधिक गति पर चलाया जाता है।
- आर्मेचर की आपूर्ति को काट दिया जाता है जबकि फील्ड सामान्य स्तर पर सक्रिय रहता है। इसके बाद मशीन धीरे-धीरे धीमी होती है और इसकी गति कम होती जाती है।
- इस प्रक्रिया में, आर्मेचर की गतिज ऊर्जा घर्षण, वायु, और लौह हानियों को पार करने के लिए खर्च होती है।
रिटार्डेशन टेस्ट के लाभ
- दक्षता का मूल्यांकन: यह परीक्षण डीसी मशीन की दक्षता का सटीक आकलन करने की अनुमति देता है। यह मशीन के यांत्रिक और लौह हानियों को पहचानने में मदद करता है, जो मोटर के समग्र प्रदर्शन को समझने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- व्यापक हानि माप: यह परीक्षण विभिन्न प्रकार की हानियों को प्रभावी ढंग से मापता है, जैसे कि घर्षण हानियाँ, वायु हानियाँ, और लौह हानियाँ। इन हानियों को मापकर यह मोटर की संचालन दक्षता का पूरा चित्र प्रदान करता है।
- कम शक्ति की आवश्यकता: रिटार्डेशन टेस्ट करने के लिए पूर्ण लोड पर मशीन चलाने की तुलना में काफी कम शक्ति की आवश्यकता होती है। यह इसे परीक्षण के लिए एक लागत-कुशल विकल्प बनाता है।
- सरलता और निष्पादन में आसानी: इस परीक्षण की प्रक्रिया सरल होती है और इसके लिए जटिल सेटअप या उपकरणों की आवश्यकता नहीं होती, जिससे यह नियमित परीक्षण के लिए सुलभ होता है।
- विभिन्न मशीनों पर लागू: यह परीक्षण विभिन्न प्रकार की डीसी मशीनों पर लागू किया जा सकता है, जिसमें शंट जनरेटर और मोटर शामिल हैं, जिससे इसकी व्यावहारिक अनुप्रयोगों में बहुउपयोगिता बढ़ती है।
- रोटर इनर्शिया का मापन: रिटार्डेशन टेस्ट का उपयोग डीसी मशीनों के रोटर इनर्शिया को मापने के लिए भी किया जा सकता है, जो गतिशील प्रदर्शन विशेषताओं को समझने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
निष्कर्ष
रिटार्डेशन टेस्ट डीसी मोटरों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए एक प्रभावी विधि है। यह न केवल यांत्रिक और लौह हानियों को पहचानने में मदद करता है, बल्कि मोटर की दक्षता को भी मापता है। इसके कई लाभ हैं जैसे कि कम शक्ति की आवश्यकता और सरल निष्पादन, जो इसे इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रथाओं में एक महत्वपूर्ण उपकरण बनाते हैं।