IOCL Junior Operator General Science MCQ in Hindi || IOCL Junior Operator General Science Hindi Questions and Answers11. लीड-एसिड बैटरी में एकल सेल का रेटेड वोल्टेज क्या है?1 . 1.5 V 2 . 1.8 V 3 . 2.2 V 4 . 12 V Answer and SolutionAnswer: "2.2 V " एक लेड-एसिड बैटरी के एक सेल का रेटेड वोल्टेज जब पूरी तरह से चार्ज होता है, तो यह 2.2 V होता है। लेड-एसिड बैटरी, जो गाड़ियों में और अन्य कामों में इस्तेमाल होती हैं, छोटे-छोटे सेल से बनी होती हैं। हर सेल का वोल्टेज (यानी, उसमें कितनी बिजली है) 2.2 वोल्ट होता है जब वो पूरी तरह चार्ज हो जाता है। यह वोल्टेज एक मानक है, यानी ज़्यादातर लेड-एसिड बैटरी सेल इसी वोल्टेज पर काम करते हैं। Discuss12. स्टैंडर्ड वायर गेज (SWG) का आकार क्या होता है?1 . वर्गाकार धातु डिस्क (Square metal disk) 2 . गोलाकार धातु डिस्क (Circular metal disk) 3 . बेलनाकार कांच की डिस्क (Cylindrical glass disk) 4 . आयताकार प्लास्टिक डिस्क (Rectangular plastic disk) Answer and SolutionAnswer: "गोलाकार धातु डिस्क (Circular metal disk) " स्टैंडर्ड वायर गेज (SWG) आमतौर पर एक गोलाकार धातु की डिस्क होता है जिसमें विभिन्न व्यासों के छेद होते हैं। तार को इन छेदों में से होकर गुजारा जाता है ताकि उसके व्यास का पता लगाया जा सके। Discuss13. किस धातु में विद्युत धारा की चालकता बहुत अच्छी होती है?1 . सोना 2 . ताँबा 3 . चाँदी 4 . अल्युमीनियम Answer and SolutionAnswer: "चाँदी "कुछ धातुएँ ऐसी होती हैं जिनसे बिजली बहुत आसानी से गुजर सकती है, यानी वो बिजली की अच्छी सुचालक होती हैं। इनमें सबसे अच्छा सुचालक है चांदी। चांदी (Silver): चांदी सबसे अच्छी विद्युत चालक है। यानी, इससे बिजली सबसे आसानी से गुजरती है। तांबा (Copper): तांबा भी एक बहुत अच्छा सुचालक है, और चांदी के मुकाबले थोड़ा ही कम अच्छा है। इसलिए बिजली के तारों में तांबे का बहुत इस्तेमाल होता है क्योंकि यह चांदी से सस्ता है। सोना (Gold): सोना भी सुचालक है, लेकिन चांदी और तांबे से कम। एल्युमीनियम (Aluminum): एल्युमीनियम भी बिजली का सुचालक है, पर चांदी और तांबे जितना अच्छा नहीं। Discuss14. एल्युमीनियम में विद्युत धारा की चालकता का प्रतिशत कितना है?1 . 22% 2 . 47% 3 . 60% 4 . 76% Answer and SolutionAnswer: "60% "एल्युमिनियम की विद्युत चालकता आमतौर पर 61% से 65% तक होती है, जो इसे तांबे की तुलना में कम लेकिन फिर भी प्रभावी बनाती है। यह प्रतिशत इंटरनेशनल एनील्ड कॉपर स्टैंडर्ड (IACS) के संदर्भ में मापा जाता है। Discuss15. चालक के व्यास में वृद्धि के साथ विद्युत धारा के प्रवाह पर क्या प्रभाव पड़ता है?1 . प्रतिरोध बढ़ता है (Resistance increases) 2 . अधिक विद्युत धारा का विरोध करता है (Opposes more current) 3 . अधिक वोल्टेज ड्रॉप होता है (More voltage dropped) 4 . उच्च धारा प्रवाह की अनुमति देता है (Allows high current flow) Answer and SolutionAnswer: "उच्च धारा प्रवाह की अनुमति देता है (Allows high current flow) " चालक का व्यास बढ़ाने से उसके क्रॉस-सेक्शनल क्षेत्रफल बढ़ जाता है। इसका मतलब है कि विद्युत धारा के प्रवाह के लिए अधिक जगह उपलब्ध हो जाती है। जब चालक के लिए अधिक जगह होती है, तो विद्युत धारा अधिक आसानी से बह सकती है। इसलिए, बढ़े हुए व्यास से उच्च धारा प्रवाह की अनुमति मिलती है। जितना मोटा तार होगा, उतनी ही आसानी से बिजली उसमें से बह सकती है। इसलिए, तार का व्यास बढ़ाने से उसमें से ज्यादा बिजली प्रवाहित हो सकती है। Discuss16. इंटरमीडिएट फ्रीक्वेंसी ट्रांसफार्मर के लिए किस प्रकार के कोर का उपयोग किया जाता है?1 . स्टील (Steel) 2 . निकेल (Nickel) 3 . कोबाल्ट (Cobalt) 4 . फेराइट (Ferrite) Answer and SolutionAnswer: "फेराइट (Ferrite) "फेराइट कोर का उपयोग इंटरमीडिएट फ़्रीक्वेंसी ट्रांसफार्मर में किया जाता है, क्योंकि ये उच्च चुंबकीय प्रवाहकीयता और उच्च आवृत्तियों पर कम हानि प्रदान करते हैं। प्रमुख विशेषताएँ: चुंबकीय प्रवाहकीयता: फेराइट सामग्रियाँ उच्च चुंबकीय प्रवाहकीयता रखती हैं, जिससे वे अधिक प्रभावी तरीके से ऊर्जा का संचरण करती हैं। कम हानि: इनकी डिज़ाइन ऐसी होती है कि ये उच्च आवृत्तियों पर कम ऊर्जा हानि करती हैं, जिससे गर्मी का उत्पादन भी न्यूनतम होता है। उपयोग: ये ट्रांसफार्मर रेडियो और संचार उपकरणों में विशेष रूप से उपयुक्त होते हैं, जहां उच्च आवृत्तियों पर काम करना आवश्यक होता है। Discuss17. जल विद्युत संयंत्रों में कौन सी ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित की जाती है?1 . ऊष्मा ऊर्जा (Heat energy) 2 . प्रकाश ऊर्जा (Light energy) 3 . रासायनिक ऊर्जा (Chemical energy) 4 . यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy) Answer and SolutionAnswer: "यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical energy) "जलविद्युत संयंत्रों में विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित होने वाली ऊर्जा यांत्रिक ऊर्जा होती है। जब पानी एक ऊँचाई से गिरता है, तो उसकी स्थितिज ऊर्जा (potential energy) गतिज ऊर्जा (kinetic energy) में बदल जाती है। यह गतिज ऊर्जा टरबाइन को घुमाने के लिए उपयोग की जाती है, जिससे विद्युत जनित्र (generator) में विद्युत ऊर्जा उत्पन्न होती है। प्रमुख बिंदु: यांत्रिक ऊर्जा: पानी की गति से उत्पन्न यांत्रिक ऊर्जा का उपयोग विद्युत शक्ति उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। ऊर्जा परिवर्तन: जलविद्युत संयंत्र में स्थितिज ऊर्जा को गतिज ऊर्जा और फिर विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है Discuss18. बैटरियों का वर्गीकरण कैसे किया जाता है?1 . ड्राई सेल और अल्कलाइन सेल (Dry cells and alkaline cells) 2 . सिलिंड्रिकल सेल और आयताकार सेल (Cylindrical cells and rectangular cells) 3 . प्राइमरी सेल और सेकेंडरी सेल (Primary cells and secondary cells) 4 . बटन सेल और लिथियम सेल (Button cells and lithium cells) Answer and SolutionAnswer: "प्राइमरी सेल और सेकेंडरी सेल (Primary cells and secondary cells) "बैटरियों का वर्गीकरण विभिन्न मानदंडों के आधार पर किया जा सकता है। निम्नलिखित चार श्रेणियाँ प्रमुख हैं: प्राथमिक सेल और द्वितीयक सेल: प्राथमिक सेल: ये एक बार चार्ज होने पर उपयोग किए जाते हैं और फिर इन्हें पुनः चार्ज नहीं किया जा सकता। उदाहरण: शुष्क सेल। द्वितीयक सेल: इन्हें बार-बार चार्ज किया जा सकता है। उदाहरण: लेड-एसिड बैटरी, लिथियम आयन बैटरी। Discuss19. पैनल मीटर की यांत्रिक शून्य त्रुटि (mechanical zero error) को कैसे ठीक किया जाता है?1 . पॉइंटर को बदलकर (By replacing pointer) 2 . स्क्रू को एडजस्ट करके (By adjusting Screw) 3 . मूविंग कॉइल को बदलकर (By replacing moving coil) 4 . मीटर को लंबवत स्थिति में रखकर (Keeping the meter in a vertical position) Answer and SolutionAnswer: "स्क्रू को एडजस्ट करके (By adjusting Screw) "पैनल मीटर की यांत्रिक शून्य त्रुटि को ठीक करने के लिए, एक स्क्रू को समायोजित करना होता है जो विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए बनाया गया है। इस समायोजन को मीटर की यांत्रिक शून्य सेटिंग (mechanical zero setting) कहा जाता है। पैनल मीटर के यांत्रिक शून्य त्रुटि को सुधारने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जाती है: ओपन सर्किट: सबसे पहले, यह सुनिश्चित करें कि मीटर के टर्मिनल खुले हैं (किसी सर्किट से जुड़े नहीं हैं)। शून्य-समायोजन स्क्रू खोजें: पैनल मीटर पर वह स्क्रू ढूंढें, जिसका उपयोग शून्य समायोजन के लिए किया जाता है। स्क्रू को समायोजित करें: स्क्रू को धीरे-धीरे घुमाएँ जब तक सूचक (pointer) सही तरीके से स्केल पर शून्य चिह्न के साथ संरेखित न हो जाए। Discuss20. तार को मोड़ने पर भी इन्सुलेशन कोटिंग बिना क्षतिग्रस्त हुए कैसे रहती है?1 . वायर प्रतिरोध के कारण 2 . उच्च धारा प्रवाह के कारण 3 . इन्सुलेशन के लोचदार गुण के कारण 4 . तार सामग्री की मजबूती के कारण Answer and SolutionAnswer: "इन्सुलेशन के लोचदार गुण के कारण " तार के इन्सुलेशन कोटिंग में लोचदार गुण (Elasticity) होता है। लोचदार सामग्री वह होती है जो मोड़ने या दबाने पर अपने मूल आकार में वापस आ जाती है। इसलिए, जब तार को मोड़ा जाता है, तो इन्सुलेशन कोटिंग भी साथ में मुड़ती है, लेकिन अपने मूल आकार में वापस आ जाती है, जिससे वह बिना क्षतिग्रस्त हुए रहता है। Discuss12345